प्रचार खिडकी

शुक्रवार, 6 जनवरी 2012

कुछ बेसाख्ता, बेलौस सा.........







एक रेल यात्रा के दौरान मोबाइल से लिया गया फ़ोटो


इस बार सियासत को इतना बदहवास करो ,
बहुत किया एतबार उनपर , बस खुद पर विश्वास करो ....
 
एक एक ,आम आदमी का कद ,सियासत से अब , बडा कीजीए ,
गुम हो जाएं भीड में ये मुट्ठी भर ,हर घर से एक नेता खडा कीजीए
 
अमां ट्रेजडी ये नहीं कि देस का पोलटिस हुआ बेकार ,
अबे ट्रेजडी ये है ,अपोजीसन-गोरमेंट , दुन्नो बोका निकला यार
 
तो इस बार पिरजातंत्र का एक नया पिरयोग करिए ,
चुनिए नया चेहरा ,और यही सब लोग करिए 
 
नेताजी तैयार खडे हैं ,लेकर नयका डिरामा ,
अबकि जनता बनी जनार्दन , मच गया हंगामा ,
 
फ़िर न कहिएगा कि बताया नहीं , यही सही फ़ैसले का बखत है ,
बेशक ये नो हो अंदाज़ा आपको ,मगर हमसे ही ये उनका ताज़ो तखत है 
 
अबे इस देस में एक ठो अजबे रिवाज़ बना रक्खा है ,
हर कातिल को बचाने को , किसी न किसी ने कांख में कानून का किताब दबा रक्खा है ..
 
मुझे उकसाओ मत, बगावत जो मैं कर बैठा ,
जिंदा रहा तो कयामत ,मिट जाओगे जो मर बैठा 
 
अबे इस दिल्ली का हाल तुम्हें , और क्या बताएं ,
कोहरा है , कंपकंपी भी , पिलस में सर्द हवाएं ....
 
कलम उनकी कातिल है ,हम रोज़ मरते हैं ,
वो रोज़ लिखते हैं ,हम रोज़ पढते हैं॥
 
ई देस में कुछ लोगन को नहीं है दुसरा काम ,
ल्यो अब रखो तेंदुलकर चौक , चांदनी चौक का नाम 
 
 
अडवानी जी कहे हैं , भाजपा से जलती है कांग्रेस ,
अरे रहे दीजीए बबा हो ,दुन्नो कलाकार से त्रस्त है देस ...
 
रिजफ़्फ़ श्रेणी का पचास हज़ार भेकेन्सी को भरा जाएगा ,
इस घनघोर घोसना को इलेक्सन में कैश करा जाएगा ..
 
ममता ने कांग्रेस को कोसा ,अबे काहे दीदी बुरा मान गईं ,
उडी बाबा आब किया होगा , विरोध का छातरी तान गईं .
 
विज्ञान में चीन हमसे आगे , पिरधान जी बोलें हैं, शोध में खर्चा बढाओ ,
अबे हुर्र , आप तो इकोनोमिक्स ही सुधार लो पापे , फ़ालतू न बतियाओ ....

11 टिप्‍पणियां:

  1. पहिला हम ही हैं कि बाकी टिपणी दबाकर बैठे हुए हैं आप.. आपका सायरी का त कोनो जोड़ नहीं.. मगर एगो एंटीसिपेटरी बेल ले लीजिए कोनो दिन पिरधान जी ऊ बिलाई (असली नाम लेने में डर बुझाता है, ओकील नहीं न हैं आपके जैसा)वाला कुत्ता न छोड़ देन आपके पीछे!!
    फोटुवा लाजबाब है!!

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  2. सलिल दादा सही कह रहे है ... आजकल आपके तेवर गरम तवे के जैसे हुए जाते है ... शांत महाराज शांत !

    जवाब देंहटाएं
  3. मुझे उकसाओ मत, बगावत जो मैं कर बैठा ,
    जिंदा रहा तो कयामत ,मिट जाओगे जो मर बैठा

    सही बहुत सही
    आपको बधाई.......
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    http://dilkikashmakash.blogspot.com/

    जवाब देंहटाएं
  4. मस्लहत आमेज़ होते हैं सियासत के कदम
    तू न समझेगा सियासत तू अभी इंसान है ...दुष्यंत

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  5. Nice .


    मर्द को शक्तिशाली बनाता है आयुर्वेद Impotency

    http://aryabhojan.blogspot.com/2012/01/impotency.html

    जवाब देंहटाएं
  6. इस बार सियासत को इतना बदहवास करो ,
    बहुत किया एतबार उनपर , बस खुद पर विश्वास करो.सुन्दर रचना.....

    जवाब देंहटाएं
  7. सुन्दर शब्दावली, सुन्दर अभिव्यक्ति.

    जवाब देंहटाएं
  8. उफ़ ...आज के राज नेता और उनकी राजनीति चाले

    और ऊपर से आपके लिखने का अंदाज़ ...वाह बहुत खूब

    जवाब देंहटाएं

टोकरी में जो भी होता है...उसे उडेलता रहता हूँ..मगर उसे यहाँ उडेलने के बाद उम्मीद रहती है कि....आपकी अनमोल टिप्पणियों से उसे भर ही लूँगा...मेरी उम्मीद ठीक है न.....

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